पन्ना रत्न:- पन्ना रत्न पहनने के दौरान किन बातों का ध्यान रखें|panna ratna ke fayde

पन्ना रत्न:- पन्ना रत्न पहनने के दौरान किन बातों का ध्यान रखें

पन्ना रत्न:- पन्ना रत्न पहनने के दौरान किन बातों का ध्यान रखें

पन्ना रत्न पहनने के दौरान कुछ महत्वपूर्ण सावधानियों का ध्यान रखना आवश्यक है। यह जानना जरूरी है कि पन्ना रत्न कब और किसके लिए उपयुक्त है। ज्योतिष के अनुसार, पन्ना रत्न उन लोगों के लिए लाभकारी होता है जिनकी जन्मकुंडली में बुध ग्रह की स्थिति कमजोर है। इस रत्न को धारण करने से व्यक्ति की बुद्धि, संचार कौशल और निर्णय लेने की क्षमता में सुधार होता है।

रत्न धारण करने के लिए कई उपाय किए जाते हैं, जैसे मंत्र जाप, दान, औषधि स्नान और देव दर्शन। इनमें से रत्न धारण करना एक प्रभावी उपाय माना जाता है, जो जीवन में आने वाली समस्याओं का समाधान कर सकता है। पन्ना रत्न को धारण करने से व्यक्ति की मानसिक स्थिति में सुधार होता है और वह अपने कार्यों में अधिक सफल होता है।

हालांकि, यह ध्यान रखना आवश्यक है कि बिना किसी विशेषज्ञ की सलाह के रत्न पहनना हानिकारक हो सकता है। गलत तरीके से रत्न धारण करने से जीवन में नकारात्मक प्रभाव उत्पन्न हो सकते हैं। इसलिए, पन्ना रत्न पहनने से पहले उचित मार्गदर्शन प्राप्त करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

कौन धारण करे पन्ना

1. पन्ना रत्न किस राशि के व्यक्तियों के लिए उपयुक्त है, यह जानना महत्वपूर्ण है। विशेष रूप से मिथुन और कन्या राशि के जातकों के लिए यह रत्न लाभकारी सिद्ध होता है। जब किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध की महादशा चल रही हो, तो उन्हें पन्ना पहनने की सलाह दी जाती है, जिससे उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आ सकते हैं।

2. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिनकी लग्न कन्या या मिथुन है, वे पन्ना रत्न धारण कर सकते हैं। हालांकि, यह आवश्यक है कि जातक की लग्न में कौन सा ग्रह स्थित है और सप्तम भाव में कौन सा ग्रह है, इसका ध्यान रखा जाए। इन पहलुओं का विश्लेषण करने से यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि पन्ना रत्न पहनना उनके लिए फायदेमंद होगा या नहीं।

3. इसके अतिरिक्त, यदि किसी जातक की कुंडली में बुध की महादशा या अंतर्दशा चल रही हो और बुध ग्रह 8वें या 12वें भाव में न हो, तो वह पन्ना रत्न धारण कर सकता है। इसके अलावा, यदि बुध, मंगल, शनि, राहु या केतु किसी अन्य ग्रह के साथ स्थित हैं या उन पर शत्रु ग्रहों की दृष्टि है, तो भी पन्ना पहनने से नौकरी और व्यवसाय में आ रही समस्याओं का समाधान हो सकता है।

धारण के फायदे जानें

1. यदि आपके बच्चे की पढ़ाई में रुचि कम है या वह ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई महसूस कर रहा है, तो पन्ना रत्न पहनाना एक प्रभावी उपाय हो सकता है। यह रत्न छात्रों की मानसिक क्षमता और एकाग्रता को बढ़ाने में सहायक होता है। इसके उपयोग से बच्चे अपनी पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं, क्योंकि यह रत्न उनकी सीखने की क्षमता को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है।

2. कला और रचनात्मकता के क्षेत्र में कार्यरत व्यक्तियों के लिए पन्ना रत्न अत्यंत लाभकारी सिद्ध होता है। यदि आप संगीत, फैशन डिज़ाइनिंग, चित्रकला या इंटीरियर्स डिज़ाइनिंग में करियर बनाने की सोच रहे हैं, तो पन्ना पहनने से आपको नए विचारों की प्राप्ति हो सकती है। यह रत्न आपकी रचनात्मकता को प्रोत्साहित करता है और प्रतियोगिताओं में सफलता प्राप्त करने में भी सहायक होता है।

3. यदि आप अपने विचारों को स्पष्ट रूप से व्यक्त करने में कठिनाई महसूस करते हैं, तो पन्ना रत्न आपके लिए एक उपयुक्त विकल्प हो सकता है। यह बुध ग्रह से संबंधित है और इसके पहनने से संचार कौशल में सुधार हो सकता है। इस प्रकार, पन्ना रत्न न केवल अध्ययन में बल्कि व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में भी सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

1. वैदिक ज्‍योतिष के अनुसार, पन्‍ना रत्‍न पहनने से जातक को अपने शत्रुओं और प्रतिकूलताओं से सुरक्षा मिलती है। इस रत्‍न के सकारात्मक प्रभाव के कारण, आपके विरोधी आपको हानि नहीं पहुँचा पाते हैं। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है जो अपने जीवन में चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।

2. व्‍यापारियों के लिए, पन्‍ना रत्‍न एक अद्भुत साधन साबित होता है। इसके पहनने से व्‍यापार में हानि और धोखाधड़ी की संभावनाएँ काफी कम हो जाती हैं। यह रत्‍न न केवल आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है, बल्कि व्‍यापारिक निर्णय लेने में भी सहायता करता है, जिससे व्‍यापार में सफलता की संभावनाएँ बढ़ती हैं।

3. जो लोग निर्णय लेने में कठिनाई महसूस करते हैं या हमेशा असमंजस में रहते हैं, उन्‍हें भी पन्‍ना पहनने की सलाह दी जाती है। यह रत्‍न उनके विचारों में स्पष्टता लाता है और धन की कमी या कर्ज की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए भी यह असीमित धन की प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त कर सकता है। इसके अलावा, यह रत्‍न अर्थशास्त्र और गणित के शिक्षकों के लिए भी सफलता के द्वार खोलता है।

यदि आपके परिवार में कोई सदस्य लंबे समय से बीमार है और दवाओं का भी कोई प्रभाव नहीं दिख रहा है, तो आप उन्हें पन्ना रत्न पहनाने पर विचार कर सकते हैं। इस रत्न के गुणों के माध्यम से विभिन्न प्रकार की बीमारियों से राहत मिल सकती है। पन्ना पहनने से दृष्टि में सुधार होता है और आंखों को भी विश्राम मिलता है।

कुछ नुकसान भी जान लें

यदि बुध ग्रह तीसरे या बारहवें भाव में स्थित है, तो पन्ना पहनना उचित नहीं है, क्योंकि इससे व्यक्ति को हानि हो सकती है। इसके अलावा, यदि किसी ने बिना उचित धातु, नक्षत्र, दिन और ग्रहों की स्थिति का ध्यान रखे पन्ना धारण किया है, तो यह भी उसके लिए हानिकारक सिद्ध हो सकता है।

नकली, अशुद्ध, टूटे-फूटे, धब्बेदार, अत्यधिक चमकदार, स्वर्ण रंग के या अन्य रंग के पन्ने का उपयोग करने से व्यक्ति की धन, समृद्धि और संतान संबंधी मामलों में गिरावट आ सकती है। इस प्रकार के पन्ने का धारण करना व्यक्ति के लिए नकारात्मक परिणाम ला सकता है। 

धारण विधि भी समझ लें

पन्ना रत्न को धारण करने की प्रक्रिया में इसे चांदी की अंगूठी में सेट करके सीधे हाथ की कनिष्ठा उंगली में पहनना उचित होता है। इसके अतिरिक्त, इसे हरे धागे या चांदी की चेन के माध्यम से लॉकेट के रूप में गले में भी पहना जा सकता है।

पन्ना को धारण करने से पूर्व बुधवार की सुबह सबसे पहले गाय के कच्चे दूध और गंगाजल से इसका अभिषेक करना आवश्यक है। इसके बाद धूप जलाकर बुध मंत्र का तीन माला जाप करते हुए इसे धारण करना चाहिए। पन्ना धारण करने का मंत्र है- ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः।

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lakshmi narayan

Lakshmi Narayan is a famous astrologer of Durg/Bhilai, he is the perfective of Shani Dev and solves the problems of the people with the power of his knowledge and sadhana. Astrology is a spiritual practice which is a science related to God and spirituality, astrology is incomplete without spiritual practice. Lakshmi Narayan solves the problems of astrology only based on 'Sadhana'.

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