प्रथम भाव में वृषभ राशि: Taurus in the First House in Hindi

प्रथम भाव में वृषभ राशि: Taurus in the First House in Hindi

प्रथम भाव में वृषभ राशि: Taurus in the First House in Hindi

वृषभ राशि का प्रतीक बैल है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इस राशि के जातकों में बैल की विशेषताएँ विद्यमान होती हैं। ऐसे व्यक्ति सामान्यतः शारीरिक रूप से मजबूत और मेहनती होते हैं। उनका रंग प्रायः गेहुआं होता है, और वे आत्मविश्वास से भरे तथा कार्यकुशल होते हैं। इनका कद न तो बहुत लम्बा होता है और न ही छोटा। होंठ थोड़े मोटे होते हैं, जबकि कान और गर्दन की लंबाई कुछ अधिक होती है, लेकिन उनकी आंखें और गाल आकर्षक और तेजस्वी होते हैं।

जब वृषभ राशि के जातक हंसते हैं, तो उनकी मुस्कान में एक विशेष आकर्षण होता है, क्योंकि उनकी सफेद दांतों की पंक्ति उनके चेहरे की सुंदरता को और बढ़ा देती है। उनका व्यक्तित्व ऐसा होता है कि लोग स्वाभाविक रूप से उनकी ओर खींचे चले आते हैं। हालांकि, ये जातक स्वभाव से कुछ गंभीर होते हैं और अक्सर कम बोलकर भी बहुत कुछ कह जाते हैं।

इनकी गंभीरता के बावजूद, उनका आकर्षण और व्यक्तित्व उन्हें समाज में एक विशिष्ट पहचान प्रदान करता है। वृषभ राशि के लोग अपने कार्यों में प्रतिबद्धता और समर्पण के लिए प्रसिद्ध हैं, जिससे वे अपने आस-पास के लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन जाते हैं। उनकी मेहनत और आत्मविश्वास उन्हें जीवन में सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँचाने में मदद करते हैं।

ये लोग हमेशा कुछ न कुछ करने की चाह रखते हैं और खाली बैठना उन्हें पसंद नहीं होता। वे निरंतर नई योजनाएँ बनाते हैं और उन्हें कार्यान्वित करने का प्रयास करते हैं। यदि गलती से कोई अनुचित कार्य कर लें, तो इसके लिए वे घंटों तक पछताते हैं।

ऐसे जातक संगीत और सौंदर्य के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। उनकी यह रुचि न केवल उनके व्यक्तित्व को और भी आकर्षक बनाती है, बल्कि उनके जीवन में एक विशेष रंग भी भरती है।

इस लग्न में जन्मे व्यक्ति अपनी अनुसंधान प्रवृत्ति के कारण हमेशा नई खोजों में संलग्न रहते हैं। ऐसे व्यक्ति अक्सर अड़ियल स्वभाव के होते हैं, जो एक बार ठान लेते हैं, उसे पूरा करने में जुट जाते हैं। जब तक वे अपने निर्धारित कार्य को संपन्न नहीं कर लेते, तब तक वे शांति से नहीं बैठते। इनमें शासन करने की क्षमता होती है, लेकिन वे प्रायः संतान के कारण दुखी रहते हैं। यदि इनके लग्न में गुरु, शुक्र या चंद्रमा उपस्थित हों या ये ग्रह लग्न पर दृष्टि डालते हों, तो इस लग्न में जन्मे व्यक्ति अत्यंत आकर्षक और तेजस्वी नजर आते हैं।

lakshmi narayan

Lakshmi Narayan is a famous astrologer of Durg/Bhilai, he is the perfective of Shani Dev and solves the problems of the people with the power of his knowledge and sadhana. Astrology is a spiritual practice which is a science related to God and spirituality, astrology is incomplete without spiritual practice. Lakshmi Narayan solves the problems of astrology only based on 'Sadhana'.

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